याद किया करेंगे तुम्हें
पहली बारिश की बूँदो मैं और
मिट्टी की ख़ुशबूओ मैं
याद किया करेंगे तुम्हें
जब बागों मैं फूल खिलेंगे और
खेतों मैं फ़सले लहराएगी
याद किया करेंगे तुम्हें
सुबह की पहली किरण के साथ
सुबह की पहली चाय के साथ
याद किया करेंगे तुम्हें
हर एक इबादत मैं और
हर एक दुआ वो मैं
याद किया करेंगे तुम्हें
जब तेरी तस्वीरे देखा करेंगे और
जब तेरी गलियों से गुजरा करेंगे
याद किया करेंगे तुम्हें
गर्दिश के दिनों मैं और
चाँदनी रातो मैं
याद किया करेंगे तुम्हें
हवा के झोंको मैं और
फूलो की ख़ुशबूओ मैं
याद किया करेंगे तुम्हें
तन्हाई मैं और
टूटे हुये सपनों मैं
याद किया करेंगे तुम्हें
तुम्हारी यादों तक और
अपनी आख़री सांसों तक
- by विकी (27 April 2024)